मंच से विदा हुए ठहाकों के सर्जक: मशहूर हास्य कलाकार राघव केसरी का निधन
रिपोर्ट: गोपाल जी कश्यप | रजौन (बांका)
अंग क्षेत्र के जाने-माने मंचीय हास्य कलाकार राघव केसरी अब हमारे बीच नहीं रहे। लगभग 65 वर्षीय राघव केसरी का गुरुवार देर रात सीने में दर्द की शिकायत के बाद निधन हो गया। परिजनों द्वारा उन्हें रजौन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां ड्यूटी पर तैनात प्रभारी चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत पुंसिया बाजार निवासी राघव केसरी मंचीय हास्य की दुनिया में एक सशक्त पहचान थे। उन्होंने अपनी अनोखी प्रस्तुति और सहज हास्य शैली से अंग क्षेत्र के दर्शकों के दिलों में विशेष स्थान बनाया। बिहार लाइटिंग सहित कई मंचीय कार्यक्रमों में वे हास्य कलाकार के रूप में चर्चित रहे।
हास्य के साथ-साथ वे आध्यात्मिक विचारों से भी जुड़े हुए थे और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। पुंसिया बाजार में उन्होंने दुःखहरण नाथ महादेव के नाम से एक भव्य मंदिर का निर्माण भी कराया था, जो उनकी धार्मिक आस्था और समाजसेवा का प्रतीक है।
वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनकी धर्मपत्नी नीलम देवी, अविवाहित पुत्री किरण कुमारी, विवाहित पुत्री चांदनी कुमारी तथा पुत्र सूरज केसरी हैं। उनके असामयिक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
निधन की खबर फैलते ही पुंसिया बाजार सहित पूरे बांका जिले में शोक की लहर दौड़ गई। श्याम यादव, मुखिया रघुवीर यादव, पूर्व जिला पार्षद रघुवीर यादव, अनिल रजक, बबलेश केसरी, मंगलाल शर्मा, कलाकार अरुण केसरी, अमरनाथ केसरी, रवि गुप्ता, मुन्ना केसरी, मुन्ना बिंद, शंभू गुप्ता, डॉ. श्रीलाल वर्मा सहित बड़ी संख्या में कला प्रेमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की।
