रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
एक पहल
जहां एक तरफ राज्य सरकार और जिला प्रशासन अवैध शराब कारोबारीयों पर नकेल कसने के लिए कमर कस रखी है ,आए दिन प्रशासन शराब कारोबारी सहित शराब पीकर हुरदंग करने वालों की गिरफ्तारी तय कर नशा मुक्ति के लिए अपने कर्तव्य के दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा से कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लाइसेंस धारी दवा विक्रेताओं की दुकान नशा बिक्री का सेफ जोन बन चुका है
जहां आए दिन सुबह – शाम युवाओं की टोली प्रतिबंधित दावाओं की खरीद कर नशे का आदी बन रहा हैं । रजौन प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दवा दुकानों में इस तरह की प्रतिबंधित दवाओं जैसे डीसी कफ सिरप, एल्जोलम , भीलियम 10 एमजी ,भिलियम 5 एमजी, स्पास्मो प्रॉक्सीभान कैप्सूल, कोरेक्स आदि न जाने कितनी प्रतिबंधित दवाओं को धरल्ले से बेचकर क्षणिक लौलुप्ता और पैसे कमाई का जरिया बनाने के चक्कर में युवाओं के एक वर्ग को नशे की जद में धकेल दिया है ।
रजौन प्रखंड क्षेत्र के कई घरों के युवा वर्ग ऐसी दवाइयों के सेवन से शारीरिक कमजोरी, मेंटल डिसऑर्डर जैसे गंभीर बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में प्रशासन को इस ओर सजग होने की जरूरत है, ऐसी दवा दुकानों पर समय-समय पर जिला ड्रग इंस्पेक्टर सहित स्थानीय प्रशासन को गंभीर होना पड़ेगा ,ताकि आने वाले समय में देश के भविष्य के रूप में अपना योगदान संभावित विभिन्न क्षेत्रों में देने वाले इस युवा नोनीहाल वर्गों की जीवन शैली को बदला जा सके। जिला प्रशासनिक अधिकारियों से इस ओर ध्यान देने के लिए एक छोटा सा प्रयत्न और करबद्ध प्रार्थना ताकि आने वाले समय में नवयुवकों के इस वर्ग को संवारा और संभाला जा सके।